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मैं डॉ सुषमा गुप्ता (पीएचडी) – लेखक और यूट्यूबर हूँ। मेरी गैर-काल्पनिक पुस्तकों और कविता के माध्यम से पिछले ३ वर्षों में मेरे शब्दों ने कई लोगों के मन को छुआ है। मूल रूप से मैं भावनाओं और वास्तविकता को अपनी कल्पना का सहारा लेकर अपनीRead More...
मैं डॉ सुषमा गुप्ता (पीएचडी) – लेखक और यूट्यूबर हूँ। मेरी गैर-काल्पनिक पुस्तकों और कविता के माध्यम से पिछले ३ वर्षों में मेरे शब्दों ने कई लोगों के मन को छुआ है।
मूल रूप से मैं भावनाओं और वास्तविकता को अपनी कल्पना का सहारा लेकर अपनी कहानियों में व्यक्त करती हूँ। आप मुझे फेसबुक और इंस्टाग्राम (Gupta.sush29) पर ढूंढ सकते हैं।
मेरी अन्य किताबें- मैं हिन्दू थी वो मुसलमान था (Paperback), अतीत की परछाइयाँ (Kindle Edition), दो नैना एक कहानी (Kindle Edition)
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हमारे समाज में वैवाहिक जीवन के कुछ सधे हुए नियम हैं। उनमें से एक है.... कोई भी गलती करके पति द्वारा पत्नी से माफी की उम्मीद रखना। जब पति कोई भी गलती करके पत्नी से माफी की उम्मीद रख सक
हमारे समाज में वैवाहिक जीवन के कुछ सधे हुए नियम हैं। उनमें से एक है.... कोई भी गलती करके पति द्वारा पत्नी से माफी की उम्मीद रखना। जब पति कोई भी गलती करके पत्नी से माफी की उम्मीद रख सकता है तो उसी गलती पर पत्नी को माफी पाने का हक ये समाज क्यों नहीं देता? समाज के कुछ ऐसे ही निर्धारित नियमों, बंधनों और चलन को तोड़ती एक प्रेम कहानी।
कुछ लोगों को nostalgia में जीना कितना सुकून देता है इसे आधुनिकता की अंधी दौड़ में भागने वाले लोग क्या ही समझ पाएंगे! ख Read More...
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