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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal
"अनकही बातें " नामक यह किताब सुख , दुःख ,प्यार एवं ऐसे कई सारे गूंगे भावनावों की प्रतीक है । यह पुस्तक ज़िन्दगी की कई सारी तत्वों के मिश्रण है जो कभी वक्यथ ना की गयी गहरे लम्ह
"अनकही बातें " नामक यह किताब सुख , दुःख ,प्यार एवं ऐसे कई सारे गूंगे भावनावों की प्रतीक है । यह पुस्तक ज़िन्दगी की कई सारी तत्वों के मिश्रण है जो कभी वक्यथ ना की गयी गहरे लम्हों का समूह है
इस पुस्तक के दो बाघ हैं , पहला भाग को "हार से लेकर प्यार तक की सफर " और दुसरे बाघ को "प्यार में हरनेका सफर " कहा गया हैं
इस किताब के पहले बाघ के मुख्या अंश दिल के सज्जन भावनावों को व्यक्त करती है , जैसे की स्वयं से नफरत करने की सोच को छोड़कर खुद से प्यार करने थक की सफर , समाज के कही तृतीययों के प्रतीक अप्रस्सनता प्रकट करना एवं दोस्त की और प्रेम की भावना के प्रतीक करना किताब के इस बाघ में लेखक जीवन के अँधेरे में कुढ़ की सफर का वर्णन करते है
किताब के दूसरे बाघ में लेखक एक प्रेमी होने के मधुर संखट एवं मीठी दर्द का वर्णन करते है
इस बाघ से यह प्रकट होता हैं की प्यार का दर्द सहना कोई बुरी बात नहीं है ।
संक्षिप्तः में यह कहा जा सकता है की अनकही बातें एक ऐसी किताब है जो हर दिल को छू जाता है और जीवन के कठिन सच का वर्णन करता है।
My brain whispered to my heart We have a visitor And he is here for you. I don't remember when i heard but one thing i do remember is that At that point of time Laughing was the hardest thing to do And crying was not the easiest to do but the only thing i was doing. I closed my eyes. I was hear Read More...
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