कहानी के बारे में,
रवि जिसे हमेशा बुरे- सपने आते थे। जब उसे बुरे सपनों की आदत हो जाती है, तब बुरे सपने वास्तविकता बनकर उसके सामने आ गए। वह स्वयं को जीवित रखने की कोशिश करता रहा।
अतुल्य जब ४ साल का होगा, जब आदित्य देव ने उसे महाराज महेंद्र सिंह को सुपुर्द किया था। महाराज ने उसे अपने सेनापति भीमसेन सिंह को दे दिया। उन्हीं ने उसका पालन- पोषण किया। महाराज ने अ
मरघट : जहाँ मुर्दा भी जिंदा हो जाते है।
समय बदलता है और समय के साथ मानव का स्वभाव, आदत और रहन-सहन भी बदलता है। वह उन्नति करता है लेकिन इस बात को मानने से हमेशा इंकार करता है की समय
यह कहानी एक छोटी बच्ची के बारे मे है। जो दंत परी से मिलती है। यह कहानी उसके और उसके भाई डरावने अनुभव को बताती है।
तीन बच्चे आपसे में बातें कर रहे थे, “ तू पूछ, नहीं तू पूछ” कह- कहकर एक दूसरे के पीछे खड़े हो जा रहे थे। और दूसरा बच्च Read More...
कहानी एक संग्रहालय से शुरू होती है जहाँ आज भारतीय पुरातत्व विभाग मे विशेष योगदान के लिए किसी को पुरस्कृत किया जाना Read More...
रामदास जी, जो अब बुढ़े हो गए है। उनके जीवन ने उन्हें बहुत से अलग-अलग तरह के समय दिखाए है, जिनमे कुछ अच्छे है, कुछ बुरे ह Read More...
आसमान तारों से भरा हुआ है। जहाँ भी आसमान पर नजर दौड़ाओ, सिर्फ तारे ही नजर आ रहे है। चन्द्रमा का कोई नाम और निशान नहीं Read More...