शिक्षा में विशेष आत्मरक्षा को जोड़ने से बालकों की शिक्षा में सुरक्षा के प्रति जाग्रति एवं देखभाल उत्पन्न होगी। विषयों की महत्ता समझाने के साथ प्रतिदिन विभिन्न आत्मरक्षा तकनीक
" लड़ाका" महिला की पूरी सुरक्षा पुस्तक महिला सुरक्षा से संबंधित है। लड़ाका का अर्थ है, महिला सतर्क रहना, और समय पर लड़ने के लिए तैयार रहना। प्रत्येक पुस्तक में स्त्री और लड़की क
सम्पूर्ण विश्व में आत्महत्या का ग्राफ दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। बढ़ती अन्धाधुन विकास की रफ्तार में रिश्तों, भावनाओं एवं बनाई हुई नीतियों के लिए शायद कोई स्थान नहीं रह गया है। इसी
इस पुस्तक में बालिका एवं महिला छेड़छाड़ से सुरक्षा एवं विभिन्न स्थितियों एवं कारण पर प्रकाश डालने की कोशिश की गई है। कॉलेज, रास्ते आदि में किस प्रकार छेड़छाड़ होती है। इससे किस प्रक
बेटी परिवार की बगियॉं का ऐसा फूल है जिसकी महक समाज तक फैलती है। वह परिवार चहुँ ओर विकास करता है। मॉं, दादी, नानी भी कभी बेटी ही थी। वह मॉं भी धन्य है जो अपनी बेटी को अपने पैरों पर खड़ा
नाटक में दो दोस्त जंगल में मोरनी नृत्य करती है उसे देखने जाते है लेकिन तीसरे दोस्त को नहीं ले जाते है। जब दोनों दोस्त गांव से निकलते है तो कई घटनायें उत्पन्न होती है और दोनों दु
यह नाटक राजस्थानी, हिन्दी एवं स्थानीय मिश्रित भाषा में है। जिसमें राष्ट्रीय पक्षी मोर बचाओ पर प्रकाश डाला गया, इसी नाटक के माध्यम से बीमारियों, सफाई एवं बालिका रक्षा पर भी प्र
कलावत के एल द्वारा लिखित हास्य नाटक में सुहागरात के दिन पति और पत्नी अपनी विशेष रात मनाते है। इस दिन पति द्वारा पत्नी का घूँघट उठाया जाता है। घूँघट उठाने पर पत्नी को तोहफा प्रदान
लड़का लड़की के सफेद बाल हो चुके है उम्र का आधा पडाव समाप्त हो चुका है। फिर भी कैसी सोच कैसा विचार लेकर जीवन जी रहे है। हमारा मानव समाज कितना विकसित हो चुका है। हर तरह की सुविधायें है
राकेश घटनास्थल पर लड़की को बचाने की कोशिश करता है। परन्तु बलात्कारियों द्वारा उसे बेहोश कर घटना को अलग ही अंजाम देकर राकेश को मुलजिम बना दिया जाता है। इसके बाद खेल शुरू होता है। र
इस पुस्तक में नवीनता है इसलिये है क्यों कि इसमें विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिकों पर नाटक लिखे गये है। साथ ही विश्व प्रसिद्ध महिला एवं विदुषी गार्गी पर आधारिक नाटक भी है। इसके साथ ही
इस पुस्तक में समकालीन नाटकों को शामिल किया गया है। जिन्हें विभिन्न थिएटरों पर प्रस्तुत किया गया है। ऐतिहासिक कहानियों और समाज में प्रचलित नई परिस्थितियों को प्रस्तुत किया गया
एक तरफ कोरोना महामारी ने अपने पैर पसारने शुरू किये ही थे कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सम्पूर्ण भारत बन्द कर दिया। सब काम बन्द। न कहीं आना और न कहीं जाना।
जूस पीना स्वास्थ्य के लिये जरूरी है एवं विटामिन्स की पूर्ति हेतु आवश्यक भी है।एक जूस में दूसरा जूस मिला दिया जाये तो उसका रंग और रस बदल जाता है। परन्तु हमने कई शोधोपरान्त यह निर्
एकाभिनय मंच पर पुस्तक में लेखक द्वारा एकाभिनय के नाटकों को प्रस्तुत किया गया है। सामाजिक एवं मानवीयता के मुद्दों को अपनी लेखनी से प्रकाश डालकर उकेरने का प्रयास किया है। एक याद
इस पुस्तक में वर्तमान और ऐतिहासिकता का मिश्रण लिये समकालीन रूप में नाटक प्रस्तुत किये गये है। नाटक कलाम को सलाम हमारे पूर्व राष्ट्रपति स्व. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जीवन पर आधारित
बलात्कार का अंत पुस्तक सभी बालिका एवं महिलाओ के लिये उपयोगी है। आखिर क्या है बलात्कार की परिभाषा के साथ यह किसके द्वारा होता है, स्थितियॉं और बचने के उपाय का विस्तृत वर्णन दिया ग
एक तीन वर्ष का बालक था। जिसका नाम था दया। उसकी माता कोयल बड़ी दयालु थी। कोयल परिवार का बहुत अच्छे से खयाल रखती थी। पु Read More...