मैं इस किताब "दो शब्द उनके नाम "की लेखिका यही कहना चाहूंगी कि मैंने अपनी किताब लिखने में अपनी पूरी मेहनत की है ।मैंने अपनी किताब में सरल से सरल शब्दों का प्रयोग किया है ।ताकि आप सभी मेरे कहने के तात्पर्य को आसानी से समझ पाए।
मैंने अपने मोती समान शब्दों को धागे में पिरो कर आपके सामने रखा है ।जिसको मैंने "दो शब्द उनके नाम "का नाम दिया है। आशा करती हूं कि आप सभी को मेरी यह मोतियों की माला पसंद आए।
धन्यवाद
कोमल प्रजापति