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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palयह पुस्तक बताती है कि बिना बीमारी और बिना दवाई के 100 साल कैसे जिया जाए। क्योंकि रोग होने पर दवाई तो लेंगे ही फिर बी कुछ ना कुछ कमजोरी तो अवश्य ही रह जायेगी। आज की व्यस्त व तनावपूर्ण जीवन शैली में स्वस्थ्य व संतुलित जीवन जीने का महत्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है । अत: “ज्ञान अरोग्यम” पुस्तक उन सरल लेकिन प्रभावशाली जीवन शैली की ओर इंगित करती है। अच्छा समय रहते अच्छा काम कर लेना चाहिए । क्योंके बाद में शरीर साथ नहीं देगा।
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Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.राज कुमार डोगरा
लेखक एयर फोर्स में हवाई जहाजों को स्वस्थ्य रखने, के साथ ही वहां की स्वस्थ्य रहने के व रखने के संसकार के सेवा निवृत होकर भी आराम में नहीं बैठे अपितु कामगार इंस्टिट्यूट खोलकर कई बच्चों को MPT (मल्टी परपस तकनीशियन) का काम सिखाया जिस से कई बच्चे आज अपने पाँव पर खडे हैं । फिर योग में उतरे, स्वंय को स्वास्थ्य बनाना सीख कर अब औरों को स्वास्थ्य बना रहें हैं । फिर भी आराम नहीं तथा समाज सुधार का काम करते हुए लेखन नें आ गये। यहाँ भी दो पुस्तक (ज्ञान का झरना व ज्ञान का गुलदस्ता) लिखने के बाद भी नहीं रुके तथा यह तीसरी पुस्तक भी आप के हाथ में है जो स्वस्थ्य रहने व लम्बी आयु की विधि बताती है । इस पुस्तक को पढ़ कर व जीवन में उतार कर, आरोग्य को प्राप्त, कर 100 साल तक बिना रोग व दवाई के स्वस्थ्य जीवन जीयें ।
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