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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palजिंदगी एक कठिन और सरल रास्ते की तरह है जहां कई रुकावट ऐसे भी आते हैं जिनसे हम कभी निकलने की सोचते ही नहीं क्योंकि कुछ रास्ते ऐसे भी होते जो भले ही तक़लीफ भरे हो पर उनकी करवाहत भी अपनी जैसी लगती है, ये कहानी भी उसी एक करवाहत की तरह है उन्हि रास्ते की तरह है जहाँ त्याग ही सपने है और नियम ही आदर्श और दौलत है
खैर ये बरेली की सड़क से जुड़कर बॉम्बे की सड़क तक जाती है जहां एक 16 साल के लड़के ने अपने परिवार को त्याग कर अपने सपने को चुनने की हिम्मत की जिसकी वजह से उसने वो भी खो दिया जो उसका था, ये कहानी उश गुप्ता परिवार की जहां अमर ने अपनी देहलिज इसलिए छोड़ी क्योंकि वो नहीं चाहता था कि कल होकर उसके छोटे भाईयो के सपने भी उन्ही पिंजरो में बंद होकर रह जाए जिसकी कुंजी किसी और के पास रहे |
खैर इस कहानी के रास्ते तब बदलते हैं जब अभिमन्यु जो की अमर का छोटा भाई फौज में भर्ती होता है और सौर्य के रूप में खुद के सपने भी कुचल देता है।
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Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.सुमित कुमार
सुमित कुमार , एक वयस्क जो जीवन के कई चरणों का अनुभव करता है , एक प्रसिद्ध लेखक और नए युग के लेखक . वास्तव में वह एक लेखक के साथ-साथ गायक (एक शौक के रूप में) और एक स्टैंडअप कॉमेडियन है। उनके बारे में बहुत ही रोमांचक और दिलचस्प तथ्य यह है कि वह नए युग के लेखक हैं यानी वह उस उम्र में लिखने की अपनी यात्रा शुरू करते हैं जब वह अध्ययन करने के लिए स्कूलों में जा रहे थे। उनकी 200 किताबों का सिलसिला भविष्य में उनके लिए बड़ी उपलब्धि होगी।
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