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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palभाई बहन का रिश्ता बड़ा ही प्यार और नोक झोंक वाला होता है। यह एक ऐसा रिश्ता है जिसमें कितनी मर्जी लड़ाई-झगड़ा क्यों न हो लेकिन दोनों कुछ ही देर में फिर से ऐसे बात करने लगते है कि जैसे कुछ हुआ ही न हो। बहन अपने भाई की लंबी उम्र की जहां दुआ मांगती है, वहीं सदा अपने लिए भाई से हर मुसीबत में रक्षा का वचन भी मांगती है। इस पवित्र रिश्ते से बढ़कर कोई रिश्ता नहीं है।
बहन भाई सबसे अच्छे दोस्त भी होते हैं। कभी-कभी जो बातें बेटे के मन की मम्मी भी नहीं जान पाती वो एक बहन झट से समझ लेती है। भाई की शादी का जितना चाव एक बहन को होता है शायद ही किसी और को उतना होता हो। इसे पढ़ते-पढ़ते आपको भी अपने भाई या बहन की याद आ गई न,ऐसा ही रिश्ता तो होता है भाई का बहन से और बहन का भाई से प्यार, दुलार और तकरार का।
प्रस्तुत कहानी में भी प्राक्षी जो की इस कहानी की नायिका है वह अपने भाई पार्थ से बहुत प्यार करती है , वह अपने भाई के लिए सब कुछ करने को तैयार है । उसका सामना किसी साधारण मनुष्य से नहीं है , बल्कि उसका सामना कुछ ऐसे लोगों से है जो की महाशक्तिशाली हैं । तो एक बार फिर यदि वो सारे महाशक्तिशाली योद्धा अगर पृथ्वी पर वापस आते हैं , तो इस बार दांव पर होगा , भाई बहन का प्यार और साथ ही वो चकत्कारी जल जिसके दो स्रोत्र अभी तक अनजान हैं । तो क्या प्राक्षी वो कर पायेगी जो उसके भाई ने किया , क्या वो उस जल की रक्षा के साथ साथ अपने भाई की उन राक्षसों से रक्षा कर पायेगी , जिनसे उसके भाई ने युद्ध किया , पर वो सब उसे चकमा देकर भाग निकले , आइये देखते हैं ।
प्रणव सिंह राजपूत
प्रणव सिंह राजपूत एक युवा लेखक हैं। वे कवि भी हैं, पहली बार कुछ नया लिखने का प्रयास कर रहे हैं.... कुछ ऐसा जो भारतीयों और उनकी शक्तियों के बारे में दुनिया की सोच को बदल सके।
यह पुस्तक उनके लेखन और सोच कौशल की शुरुआत है, इस सुपरहीरो श्रृंखला में और भी कई पुस्तकेंआने वाली हैं....
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