ज़िंदगी रहस्यों का नाम है, न जानें कितने ही रहस्य इस दुनिया में है. कभी-कभी गाहे-बगाहे हमारी कल्पनाओं में घटित घटनाएँ यथार्थ के धरातल पर मूर्त होकर उभर आती है. हम उस कल्पना लोक में खोए चलते है जिसे हम काल्पनिक नहीं मानते ऐसा लगता है मानो वह सारा घटनाक्रम हमारी आँखों के सामने घटित हो रहा है. इस रहस्य रोमांच के कथा वृतांत में मेरे साथ भी यही हुआ जब मैंने चार ऊंट दोस्तों को देखा तो कल्पना ने उड़ान भरनी शुरू कर दी और वही उड़ान मुझे सचाई लगने लग आप सबसे अनुरोध है आप सब भी इस कल्पना लोक में विचरण करेंगे तो उसे यथार्थ मान बैठेंगे और अपनी सुध बुध भुला बैठेंगे जैसे मैं इस वक़्त भी उस यात्रा से अपने आपको जुदा नहीं कर पाई हूँ.
Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners
Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners