दुनिया भर में अगर कुछ आपको आपके व्यक्तित्व से यथावत परिचय करवा सकता है तो वह है आईना, जो कभी झूठ नहीं बोला करता। आप जैसे हैं यह वैसा ही आपका बिंब आपको दिखा देता है। वक़्त के साथ बदलते चेहरों से लेकर हर उन बदलावों का गवाह होता है आईना जो उसमें प्रतिबिम्बित होते हैं।- अज्ञात
इस किताब मे लेखको ने अपने विचारों को कविताओं के जरिये बताने का प्रयास किया है। हर व्यक्ति का अलग अलग नजरिया होता है दुनिया देखने का उसे जीने का। लेकिन आईना हमे वही बताता है जो हमारे अंदर होता है और जो सच है। आईना किताब जिंदगी की सच्चाई से रूबरू करवाती है।