नवाब जानवरों के प्रति भी उतना ही क्रूर था जितना बेगम के प्रति। परन्तु कुछ मौकों पर नवाब एक भावुक प्रेमी की तरह व्यवहार करता था। वह बेगम को प्यार से छूता था और अपना मतलब साधता था। उसमें भी नवाब आक्रामक प्रेमी में बदल जाता था। बेगम सूजी हुई आँखों और गालों के साथ जीवन नहीं गुजार सकती थी। फिर बेगम की पीड़ा का अंत हुआ कैसे? संदेह किसी भी शादीशुदा जीवन में उथलपुथल मचा देता है। रोहन और मोना संदेह से अनभिज्ञ नहीं थे। पर वे संदेह के शिकार हुए क्यों? ऐसी ही कुछ और कहानियाँ का संग्रह है 'बेगम, संदेह व अन्य कहानियाँ'।
Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners
Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners