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Chalo Kisi Lambe Safar Pe Chalen / चलो किसी लम्बे सफर पे चलें Pahad, Samandar, Jungle aur Ret ki Yatra

Author Name: Murari Gupta | Format: Paperback | Genre : Travel | Other Details

सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ 

ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ।

आइए, इससे पहले कि जवानी बुढ़ापे के दरवाजे पर दस्तक दे, आपको दुनिया की सैर पर लिए चलता हूं। यह पुस्तक पिछले एक दशक की देश के अलग अलग हिस्सों की यात्राओं का कथाकरण हैं। इसमें उत्तर, पूर्व, पश्चिम और मध्य क्षेत्र की यात्राओं को एक दस्तावेज में समेटने का प्रयास किया है। अरुणाचल प्रदेश से लेकर द्वारिका और अमरनाथ के नजदीक पहलगाम से लगा सुदूर पश्चिमी घाट पर मौजूद दीव के समंदर की यात्रा के अनुभवों को अनुभव में बांधने का प्रयास किया है।  यात्रा कथा में सोमनाथ के ध्वंस और सृजन की गाथा सुनाई देगी। द्वारिकाधीश भगवान कृष्ण के कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक पराक्रम और द्वारिका में उनकी दूरदृष्टी और भव्यता की निशानियां भी अनुभव होंगी। यह केवल पहाड़, समंदर, जंगल और रेत की यात्रा भर नहीं है। इसमें लोकजीवन का भी दर्शन है। आध्यात्म को महसूस करने की कोशिश है। 

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मुरारी गुप्ता

लेखक जयपुर से हैं। पेशेवर तौर पर पत्रकार हैं। पिछले पंद्रह वर्षों से प्रिंट, रेडियो और टीवी पत्रकारिता से जुड़े हैं। भारतीय सूचना सेवा में कार्यरत हैं। राजस्थान साहित्य अकादमी से कहानी संग्रह ‘मोगरी’ का प्रकाशन। 

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