Share this book with your friends

Chitralekha / चित्रलेखा कविता संग्रह

Author Name: Vijay Kumar Singh | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

चित्रलेखा 57 कविताओं का संग्रह है जिसमें आम जन-मानस की वेदना, पुरुष और प्रकृति, प्रेम और सौंदर्य, मादकता, समर्पण, कर्म, न्याय, शोषण, उन्माद, घमंड-अभिमान-अहंकार, निर्गुण, प्राप्तव्य, भवितव्य, देश-प्रेम, डर, कलुष, छल, मौन, रिश्ता, बोधत्व, प्रार्थना एवं कोमल मन के भिन्न-भिन्न भावों का चित्रण है। इस संग्रह में अष्टनायिकाओं के भिन्न-भिन्न भाव-भंगिमाओं को भी चित्रित करने का प्रयास किया गया है।

Read More...

Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book

Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners

Also Available On

विजय कुमार सिंह

विजय कुमार सिंह का जन्म 1961 में बिहार राज्य के बेगूसराय जिले के बहदरपुर ग्राम में हुआ । हिंदी साहित्य, काव्य, वैदिक इतिहास एवं दर्शन में विशेष रूचि रखते हैं ।

उनकी  अन्य  प्रकाशित  रचनाएँ  "शुनःशेप  एवं  नचिकेता"  (काव्य  संग्रह), "नेपथ्य  में  गूँजते  शब्द"  (कविता  संग्रह),  एवं  "कल्याणी"  (काव्य)  हैं । 

Read More...

Achievements

+2 more
View All