"जिंदगी जीने का दस्तूर" में लेखक समाज, प्यार, लक्ष्य, जीवन को कविता के रूप में प्रेरक बातों के समावेश के साथ उत्साह हासिल करने के लिए सरल शब्दों में वर्णित किया है। इस किताब में समाज में फैले कुरीतियों के कुछ झलक नजर आएंगे।
ओजस का जन्म झारखंड के हजारीबाग जिला के भगवानपुर गाँव में सन् 1998 में हुआ। इनका प्रारंभिक शिक्षा गाँव के सरकारी विद्यालय में हुआ फिलहाल ये निजी क्षेत्र में जाॅब के साथ इग्नू से उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इन्होंने लेखन की शुरुआत सातवीं कक्षा से की।
इनकी कुछ कविताएं प्रभात खबर के बाल प्रभात और अमर उजाला के काव्य में प्रकाशित हुआ है।
ये कई Anthology में Co-author रह चुके हैं।