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Kalyani / कल्याणी काव्य

Author Name: Vijay Kumar Singh | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

काल्पनिक  कथा  पर  आधारित  यह  काव्य  कल्याणी,  विभ्रमित  ज्ञान  से  क्रिया  की,  काम - वासना  से  निश्छल  प्रेम  की,  कामना  से  कर्म  की,  वासना  से  चेतना  की,  एवं  कलुष  से  आनंद  की  यात्रा  है । नायक  पथिक,  नायिका  कल्याणी  एवं  छलना,  तीनो  पात्रों  के  चरित्र  एवं  उनके  संघर्ष  और  चुनाव  उनके  जीवन  की  दिशा  एवं  सुख - दुःख  का  निर्धारण  करते  हैं ।  तरणी  डूब  जाने  के  पश्चात  नदी  की  धारा  में  बहता  पथिक  जब  कल्याणी  से  मिलता  है  तो  उसे  इस  बात  का  कोई  भान  नहीं  है  कि  उसका  जीवन  किस  नई  दिशा  में  मुड़ने  वाला  है ।

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विजय कुमार सिंह

विजय  कुमार  सिंह  का  जन्म  1961  में  बिहार  राज्य  के  बेगूसराय  जिले  के  बहदरपुर  ग्राम  में  हुआ । विज्ञान  में  स्नातक  तक  की  शिक्षा  प्राप्त  की । हिंदी  साहित्य,  काव्य,  वैदिक  इतिहास  एवं  दर्शन  में  विशेष  रूचि  रखते  हैं ।

उनकी अन्य प्रकाशित रचनाएँ  "शुनःशेप एवं नचिकेता" ( काव्य संग्रह ),  "नेपथ्य में गूँजते शब्द" (कविता संग्रह),  एवं  "चित्रलेखा" (कविता संग्रह) हैं ।

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