मेरे देश की मिट्टी खुशबु ऐसे है, जो हर साँस को संगीत बना देती है। मेरे देश की हवा में एक ताज़गी है जो जिंदगी को भी जीना सिखा देती है आज इस पुस्तक को आपके सामने प्रस्तुत करते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है। इस काव्य वाणी में एक दर्पण है जिसमे हम सबके मन का प्रतिबिंबं साफ दिखता है। कही नारी की मज़बूरी है,कही करोना की दूरी है! कहीं मध्य वर्ग की उलझन है,तो कही सैनिक की अनसुनी सी पुकार है संझेप में कहे तो एक फूल में कई सुंगध है। ये एक चाँद है जो अपनी पूरी चौदह कला में उतरा है। सूरज अस्त होने से पहले चाँद को आसमान की जिम्मेदारी दे जाता है। हमें भी साहित्य को समृद्ध बनाने के लिए देश के युवा को प्रोत्साहित करना होगा इसलिए इस पुस्तक में कक्षा 10 के नन्हे दियो की चमक को शामिल किया है।
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