 
                        
                        इस संकलन में प्रस्तुत गीत-कविताएं श्रृंगार, प्रकृति, साहित्य, बाल, हास्य व्यंग्य, हिम नंदन व हाइकू आदि सात भागों के अंतर्गत कुल 51 काव्य लहरें हैं । अपनी इस काव्यकृति मैं हिमालय हूँ में काव्य की लगभग हर विधा का उपयोग करने का प्रयास किया है । प्रस्तुत पुस्तक में वर्णित गीत व कविताएं छांदिक, हाइकु व नव-कविता का प्रतिनिधित्व करती हुई विभिन्न रसों व अलंकारों से अलंकृत हैं । मुझे विश्वास है कि मेरी इस काव्यकृति को पाठकों द्वारा अवश्य सराहा जाएगा ।