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Main Kisi Kalidas Ki Mallika Nahin / मैं किसी कालिदास की मल्लिका नहीं

Author Name: Viyogini Thakur | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

‘मैं किसी कालिदास की मल्लिका नहीं’ प्रेम, विरह और स्त्री-मन की कविताओं का संग्रह है। इन कविताओं के केंद्र में प्रकृति है, प्रेम है, उसकी पुकार है, उससे जन्मी पीड़ा है। प्रेम और उसकी वेदना के बीच हिलोरें खाता द्वंद्व से भरा वह स्त्री-मन भी, जो निरंतर युद्धरत है। न सिर्फ स्वयं से बल्कि प्रेम और सत्य के मार्ग में पड़नेवाली उन तमाम बाधाओं और चुनौतियों से, जो उसे इनमें से एक भी पथ से विमुख करती हों। ये कविताएँ न सिर्फ स्त्री के अपने अस्तित्व की ओर से प्रेम का बयान हैं बल्कि इस संग्रह की कविताएँ प्रेम और स्त्री-मन की कितनी ही परतों को उघाड़ती हैं और इस बात को और पुख़्ता करती हैं कि न तो प्रेम का स्वरूप इकहरा है, न ही स्त्री-मन का।

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वियोगिनी ठाकुर

4 सितम्बर 1992 को बदायूँ (उत्तर प्रदेश) में जन्मीं वियोगिनी ठाकुर ने एमए, बीएड की शिक्षा प्राप्त की है। पहला उपन्यास ‘दूसरा प्यार’ फ़रवरी 2022 में अक्षरायन प्रकाशन से प्रकाशित। पहला कविता संग्रह ‘लड़की कैक्टस थी’ शुभदा बुक्स से जुलाई 2022 में प्रकाशित। कृति बहुमत पत्रिका में कविताएँ तथा सदानीरा और हिन्दवी जैसे वेब पोर्टल पर कविताएँ और लेख प्रकाशित। वनमाली कथा पत्रिका और पाखी पत्रिका में कहानियाँ प्रकाशित।

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