उपन्यास ‘‘मंशा’’ भावनात्मक उपन्यास है। “मंशा” भावनाओं से पूर्ण ऐसा उपन्यास है जो समाज के कठोर रीति-रिवाजों पर प्रहार तो करता ही है साथ ही समाज में प्रेम और त्याग की भावना को स्थापित करने का प्रयास भी करता है। यह अपनी बेटी के प्रति समर्पित एक बेबस पिता की कहानी है जो आपको जरूर पसंद आएगी।