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Rainbow / इंद्रधनुष कविताओं का

Author Name: Deepak Saxena | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

एक कविता संग्रह मात्र नहीं है बल्कि यह एक सपनों का नगर है जिसमें मैं तब से विचरण करता हूँ जब से मैने होश संभाला, माँ का स्नेह, गुरु की कृपा, पत्नी और बेटी का कर्तव्यबोध, समाज के ज्वलंत प्रश्न, भक्ति का अथाह सागर, देश प्रेम का उद्दाम आवेग, मनोरंजन की विधा, दुखों का आवागमन यह सब आप कविताओं  में साक्षात् अनुभव करेंगे मेरे साथ. भक्ति रस के साथ साथ श्रंगार रस का भी भरपूर आनंद मिलेगा क्योंकि यह सम्पूर्ण नगर है यहाँ देवता भी निवास करते है और कष्ट पैदा करने वाले दैत्य भी, सात्विक, राजसी और तामसी तीनों प्रवृत्तियों का संगम देखने को मिलेगा, हिन्दी के अतिरिक्त उर्दू भाषा का सम्मिश्रण जो देश की मिट्टी से जोड़ दे और अभिव्यक्ति में असर बढ़ा दे यह सब जो कविता की मांग है इस इंद्रधनुष  में आपको भलीभांति परिलक्षित होगा, आज देश प्रेम के जज्बे को पुनः जगने का समय आया है इसलिये वीर रस से परिपूर्ण भारत माता का मंदिर आपको आंदोलित कर देगा , 

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दीपक सक्सेना

दीपक सक्सेना पेशे से इंजीनियर हैं और अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी में ब्लॉग, लेख, कविताएं और कहानियां लिखने में गहरी रुचि रखते हैं। उनके पास योग और आहार, दूसरी माँ, उनके क्रेडिट पर कविता संग्रह अमेज़न और अन्य लोकप्रिय प्लेटफार्मों पर भी उपलब्ध है। गूगल, नवभारत टाइम्स और जागरण जंक्शन पर उनके ब्लॉगस्पॉट में 500 से अधिक पोस्ट हैं, जिन्हें पाठकों ने व्यापक रूप से सराहा है। उनके ब्लॉगस्पॉट इस प्रकार हैं।
http://akela19041964.blogspot.in

https://readerblogs.navbharattimes.indiatimes.com/author/deepakd18yahoo-co-in/

https://www.jagran.com/blogs/deepakd18/

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