यह सभी कहानियां इन विद्वान कहानीकारों की चर्चित और सुप्रसिद्ध कहानियां है। इनमें ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश' -स्टाइलिश और लालपीली व चूंचूं की जंप, तपेश भौमिक की मीठे पानी का झरना व बैरंग लौटी बाघिन, डॉ.दिनेश पाठक ‘शशि’ की पुस्तकों की हड़ताल व प्रधानाचार्य की कुरसी, डॉ. प्रभा पंत की बिट्टू और भोलू व सच्ची मित्रता, डॉ. लता अग्रवाल की नन्हें सांताक्लाज व आत्मविश्वास का ताबीज, विनीता राहुरीकर की गोलू और पानी में मस्ती व बंटी की जन्मदिन पार्टी.., सावित्री चौधरी की तीन अनमोल मंत्र व ओहो! यह कमाल हो गया! काफी चर्चित कहानियां है।
इनमें से अधिकांश कहानियां पुरस्कृत कहानियां है। जिनकी वजह से कहानीकारों को विभिन्न सम्मानों से नवाजा गया है। इसलिए इस संकलन में संकलित कहानियां अपने आप में श्रेष्ठ कहानियां हैं जिन्हें आपके लिए प्रस्तुत किया गया है।