मेरे शब्द
मेरे ,
प्रिय पाठक
शाश्वत नमन |
“रंगों की बहार ” 102 गज़लों का प्रथम संकलन है |
संवेदनशीलता, जिन्दगी को कवितामय बनाती है | मानव जीवन कविता का अनमोल जखीरा है | भजन,गीत,गज़ल
जीवन की ,छंद का प्रतीक है |
गज़ल लिखी नहीं जाती, अपितु वह परमात्मा के असीम कृपा से बरसती है | इन गज़लों मे ज्ञान से ज्यादा प्रेम को महत्व दिया है | मानव मन की, भावनाओ को छुने का प्रयास किया है | आशा है आप मेरे प्रेम को अवश्य स्वीकार करेंगे|
आपका
होमन देव सोम
W.N 12,
नया बस स्टैन्ड नगरी
जि०धमतरी (छ०ग