हिन्दी कथा.साहित्य की आज सर्वाधिक प्रचलित एवं लोकप्रिय विधा है. लघुकथा। लगभग साढ़े चार दशक से देशभर की प्रायः सभी प्रतिष्ठित पत्र.पत्रिकाओं में डॉ. दिनेश पाठक ‘शशि’ की लघुकथाएँ निरन्तर प्रकाशित होती रही हैं। प्रस्तुत लघुकथा .संग्रह ‘सत्य का बोध’ डॉ. दिनेश पाठक ‘शशि’ का प्रयोजनवती रचनाधर्मिता से परिपुष्ट एक ऐसा लघुकथा.संग्रह है जो जीवन का विभिन्न कोणों से अवलोकन करता हुआ दिखायी देता है। लघुकथा के मानक पर प्रस्तुत संकलन की अधिकांश लघुकथाएँ खरी उतरती हैं। दैनिक जीवन में प्रायः घटित मानव.व्यवहार की विसंगतियाँ तथा समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों के आचरण की विद्रूपताएँ ही डॉ. दिनेश पाठक ‘शशि’ की लघुकथाओं का आधार बनी हैं। इस संग्रह की अधिकांश लघुकथाएँ कथ्य और शिल्प की दृष्टि से सशक्त और उद्देश्यपूर्ण लघुकथाएँ हैं जो लेखक की सिद्धहस्तता को प्रमाणित करती हैं। एक ओर जहाँ अल्प पात्र. संख्याए लघुकथानक और संक्षिप्त संवाद. योजना जैसी शिल्पगत विशेषताएं समाहित हैं वहीं दूसरी ओर शैली की दृष्टि से संवाद. योजना में पात्रानुकूल भाषा का प्रयोग और शैली का सटीक संयोजन भी दृष्टव्य है इस संग्रह की लघुकथाएँ पाठक को कुछ सोचने पर अवश्य ही मजबूर करेंगीं. ऐसा पूर्ण विश्वास है। (डॉ.शील कौशिक)