इस पुस्तक को लिखने का वास्तविक अर्थ है कि वास्तविक प्रेम का मूल्य दिखाना . इस पुस्तक में नेहा सिंह ने अपने दिल की कविताएँ लिखी हैं. ये कविताएँ वाकई दिल को छू लेने वाली हैं। हमें उम्मीद है कि आप उन्हें पसंद करेंगे
मैं नेहा सिंह जो मजहब 20 साल की है मेरा कॉलेज में आखिरी साल चल रहा है यह मेरी पहली किताब है जिसमें मैंने अपने दिल की आवाज को कलम से कोरे कागज पर उतारा है जो हर दिन कुछ नया सीखने की चाह होती है इसलिए आज शायद मैं किताब लिख पा रही हूं हर वक्त कुछ ना कुछ लिखती हूं और वही लिखती हूं जो अपने आसपास देखती हु महसूस करती हु ऐसे ही मैंने अपनी कविताएं लिखनी शुरू की है और उनको आपके सामने रख रही हूं यह मेरी मां बाबा के संघर्ष का एक छोटा सा किस्सा है।।