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Sukhi Atma Swasth sharir / सुखी आत्मा, स्वस्थ शरीर Tanaav, motaapa evam davaon ka bojh ghataayein / तनाव, मोटापा एवम् दवाओं का बोझ घटाएँ

Author Name: Uttam Sushant | Format: Hardcover | Genre : Self-Help | Other Details

 “सुखी आत्मा, स्वस्थ शरीर” को एमेजॉन किंडल पर काफी पाठक रेट कर चुके हैं। 83% पाठकों ने पुस्तक को 5 स्टार रेटिंग दिया है। रिव्यू करने वाले पाठकों ने पुस्तक को बढ़िया  से लिखा हुआ तथा पढ़ने में सुगम पाया है। अधिकांश पाठकों ने लिखा है कि पुस्तक मानसिक शांति देती है और शरीर को स्वस्थ करने में सहायक है। एक पाठक ने लिखा है कि पुस्तक पूर्ण पोषण देती है। 
पुस्तक की विधियों का अनुसरण करके लोग तनाव, अवसाद, मोटापा एवं जीवन शैली बीमारियों आदि के प्रबंधन में भरपूर लाभ उठा चुके हैं। लेखक इन विषयों पर सलाह एवम् प्रेरणा भी देते हैं।

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उत्तम सुशांत

लेखक ने बचपन में अनुभवी योग शिक्षक की देखरेख में योगासन प्राणायाम का अभ्यास करना सीखा था। चौदह वर्ष की उम्र में उन्होंने श्री मद् भगवत् गीता का पाठ कर लिया। कालांतर में उन्होंने श्री रविशंकर के आर्ट ऑफ लिविंग में “हैपीनेस प्रोग्राम” और “डायनामिज्म फॉर सेल्फ एण्ड नेशन प्रोग्राम” योगाश्रम मुंगेर द्वारा “योगासन प्रोग्राम” आदि किया। उन्होंने डॉक्टर प्रमोद त्रिपाठी की फ्रीडम फ्रॉम डायबिटीज का एक वर्षीय प्रोग्राम भी किया है। लेखक ने शरीरविज्ञान एवं मनोविज्ञान की ढ़ेर सारी पुस्तकें पढ़ी हैं। वे अपना ज्ञान लगातार बढ़ाते रहते हैं। इस वर्ष उन्होंने न्युरो लिंग्विस्टिक प्रोग्रामिंग पर भी एक कोर्स किया है। 

सनातन धर्म के अनुसार धर्म(नैतिक एवं चारीत्रिक मूल्य), अर्थ(समृद्धि), काम(स्वास्थ्य, प्रेम) एवं मोक्ष(शांति, मुक्ति) जीवन के चार पुरूषार्थ कहे जाते हैं। लेखक इन चारों पुरुषार्थों को सुदृढ़ करने के लिए कार्य करते हैं। इसी क्रम में लेखक ने अपनी दूसरी पुस्तक “खरबपतियों की 17 अच्छी आदतें” लिखी है जो एमेजॉन किंडल पर प्रकाशित है। लेखक की तीसरी पुस्तक “जीवित प्रेत की आत्मकथा” जून,25 में  किंडल पर प्रकाशित होने वाली है।

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