वेदशक्ति मेरा प्रथम उपन्यास प्रयोग रि है
..इसकी भाषा एवम ्शैली अत्यंि क्तलष्ट है। यह मेरा प्रथम प्रयास है। कथानक ,भाव , शैली व ववषय वस्िुपर
ववशेष ध्यान कर ललखा गया है..!
यह हर वगग और नई पीढी के ज्ञान अर्गन के उद्देश्य सेललखा गया है । इसके पठन के पश्चाि विगमान युवा पीढी
के हृदय में हहंदी साहहत्य व पौराणिक काल के ऋवषयों के रहस्यों के प्रति र्ागरूकिा व उत्सुकिा रहेगी । उपन्यास
का उद्देश्य युवाओं मेंपौराणिक प्रसंगों द्वारा ऋवष व उनके आश्रमों के इदग-गगदग वािावरि को हदखाना व वेदों शास्रों
के ववषय मेंज्ञानार्गन करना है। इसके लेखन से मुझे बहुि प्रसन्निा हुई ।
सहृदय आभार ।
सुनंदा असवाल