इस विविध कविता संग्रह में मैंने अपने जीवन के विभिन्न अनुभव साझा किए हैं। मैंने अपने लेखन कार्य की शुरुआत सन 2010 से "चालाक बिल्ली" शीर्षक के साथ की थी जब मैं हाईस्कूल का छात्र था। बिल्ली पर लिखी गयी यह मेरी पहली कविता मुझे आज भी बहुत पसंद है। इस संग्रह में कुछ बाल कविताएं भी हैं जो मैंने सन 2010 में लिखीं थीं जब मैं जिंदगी के कई एक पहलुओं से अपरिचित था या यूं कहूं कि मैं उस समय खुद भी एक बच्चा ही था तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। बाल कविताओं के माध्यम से मैंने बच्चों को मनोरंजन के अतिरिक्त कोई न कोई सीख एवं किसी न किसी प्रकार की एक प्रेरणा देने की कोशिश की है। मैं एक नियमित कवि या लेखक नहीं हूं, सालों गुजर जाते हैं बिना कुछ लिखे हुए। इस कविता संग्रह में मैंने जीवन के बहुत से खट्टे-मीठे अनुभव साझा किए हैं। देशभक्ति से लेकर जनसंख्या विस्फोट की समस्या, सन 2020 का कोरोना काल, शिक्षक, दोस्त, स्काउट, मोटापा, पादप, शेर, कुत्ता, बिल्ली, बंदर, गिलहरी, चिड़िया, मच्छर, होली एवं दीपावली आदि विषयों के साथ ईश्वर एवं परमात्मा पर भी कुछ भक्ति गीत मैंने लिखे हैं। मेरी जिंदगी का सन 2010 से सन 2022 तक का सफर इन कविताओं, गीतों, दोहों, ग़ज़लों, मुक्तकों एवं शायरियों में ओतप्रोत है। प्यार-मोहब्बत पर भी अनेक गीत, शेर और शायरी लिखे हैं लेकिन वे आपको मेरी दूसरी किताब में पढ़ने को मिलेंगे जो जल्द ही प्रकाशित होगी। मुझे आशा है कि आप सभी मेरी रचनाओं को खूब पसंद करेंगे और मुझे भविष्य में भी लिखने के लिए प्रेरित करेंगे।
अजीत सिंह यादव
व्याख्याता अंग्रेजी
(M. A., Triple NET with JRF)