ज्योति मित्रा का पहला कविता संग्रह "अनुदा" के साथ जीवन में हृदय और आत्मा का सार जाने। प्रेम, अलगाव, समाज, प्रकृति और मानवीय भावनाओं की जटिल कढ़ाई के माध्यम से इस विचारोत्तेजक यात्रा में, कवि स्पष्टता और अनुग्रह के साथ कच्ची सच्चाइयों और क्षणिक पलों को उजागर करता है। प्रत्येक कविता परिचित और अज्ञात दोनों तरह की दुनिया में एक खिड़की के रूप में कार्य करती है, जो पाठकों को रुकने, प्रतिबिंबित करने और उसे सुंदरता से जुड़ने के लिए आमंत्रित करती है जिस पर अक्सर किसी का ध्यान नहीं जाता है। एक अनूठी आवाज के साथ जो ज्वलंत कल्पना और मार्मिक वाक्यांशों के माध्यम से गूंजती है, ज्योति मित्रा मानवीय अनुभव का सार पकड़ती है, जो आपको एक काव्यात्मक अन्वेषण में खींचती है जो अंतिम पृष्ठ के बाद भी लंबे समय तक बनी रहती है। जैसे ही आप प्रत्येक पृष्ठ को पलटते हैं और शब्दों की गहन शक्ति का पता लगाते हैं, अपने दिल की फुसफुसाहट को गले लगा लेते हैं।
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