कहते हैं हम अपने सपने के लिए कुछ भी कर सकते हैं और कभी-कभी उन सपनों के लिए हमें उन सपनों को ही छोड़ना होता है।
मां बाप से जरूरी कोई नहीं होता पर कभी-कभी खुद पर ध्यान देना भी गलत नहीं होता।
हम जिंदगी तो जी लेते हैं पर हमें यह पता नहीं होता कौन सा पल हमारी जिंदगी का आखरी पल हो।
तो अगर हो सकता है तो उस सपने को पूरा करो अधूरा मत छोड़ो क्योंकि कोई भरोसा नहीं कि अगले पल जिंदगी हो या ना हो और अगर तुम्हारा सपना सही होगा तो तुम्हारे माता-पिता तुम्हारा साथ देंगे।