एक देहाती भारतीय परिवेश में पली बढ़ी लड़की संस्कृति को उसके पिता के दोस्त विदेश में रहकर उनके आधुनिक और आज़ाद सोच वाले बटे व्यास के लिए पसंद कर लेते हैं। घर वालों के दबाव में वे यह शादी कर लेते हैं। उसने कभी संस्कृति को अपनी पत्नी नहीं माना। कहानी एक दिचस्प मोड़ लेती है जब दिन एक अप्रत्याशित घटना घटती है।