जूनून के बिना आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर सकते, आपकी जीत और आपकी हार आप स्वयं तय करते हो। बिना कुछ खोए कुछ भी पाना असंभव हैं। आपको सफलता पाने के लिए अपना समय , अपनी लगन, अपनी मेहनत उस काम को करने में लगानी पड़ती हैं। मेरा यह मानना हैं कि ये जूनून उस काम से इश्क़ किये बिना संभव नहीं हैं ।
ईश्वर के सभी बंदे किसी न किसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु सृजित किये गए हैं। जीवन की सफलता और इसका औचित्य इसी में हैं कि हम हमारे होने के उद्देश्य को पहचाने और उसे पूरा करने में जी जान लगा लें। हमारा उद्देश्य वहीं हैं जिस काम को करने में हमें आनंद आये और जिस काम को करने में हम समय के मोहताज नहीं रहें। और यह तभी संभव हैं जब हमें उस काम से इश्क़ हो। अपने उद्देश्य को पहचानना और उस उद्देश्य की पूर्ति हेतु जूनून के साथ लग जाना ही असली इश्क़ हैं , जिसका ख्वाब सभी देखते हैं पर उस ख्वाब को पूरा कुछ ही कर पाते हैं ।
इश्क़ मेरा मेरी जीवन के विभिन्न पहलुओं पर लिखी गई कुल इक्कीस कविताओं का संकलन हैं। संकलन की प्रत्येक कविता जीवन में हर क्षण,परिस्थिति और आयाम से तालमेल बिठाते हुए इश्क़ की तरह जीवन में पूरा डूबकर ही जीवन की नैया पार लगाने को प्रेरित करती हैं ।
मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास हैं कि आप जीवन के चाहे किसी भी मोड़ पर हो, ये कविताएं आपका मार्ग प्रशस्त करेगी ।