Share this book with your friends

Ishq Mera / इश्क़ मेरा Pratikshan Ho Tum...Aagrah Mera

Author Name: Kavi Kailashi Punit | Format: Hardcover | Genre : Poetry | Other Details

जूनून के बिना आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर सकते, आपकी जीत और आपकी हार आप स्वयं तय करते हो। बिना कुछ खोए कुछ भी पाना असंभव हैं। आपको सफलता पाने के लिए अपना समय , अपनी लगन, अपनी मेहनत उस काम को करने में लगानी पड़ती हैं। मेरा यह मानना हैं कि ये जूनून उस काम से इश्क़ किये बिना संभव नहीं हैं ।
ईश्वर के सभी बंदे किसी न किसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु सृजित किये गए हैं। जीवन की सफलता और इसका औचित्य इसी में हैं कि हम हमारे होने के उद्देश्य को पहचाने और उसे पूरा करने में जी जान लगा लें। हमारा उद्देश्य वहीं हैं जिस काम को करने में हमें आनंद आये और जिस काम को करने में हम समय के मोहताज नहीं रहें। और यह तभी संभव हैं जब हमें उस काम से इश्क़ हो। अपने उद्देश्य को पहचानना और उस उद्देश्य की पूर्ति हेतु जूनून के साथ लग जाना ही असली इश्क़ हैं , जिसका ख्वाब सभी देखते हैं पर उस ख्वाब को पूरा कुछ ही कर पाते हैं ।
इश्क़ मेरा मेरी जीवन के विभिन्न पहलुओं पर लिखी गई कुल इक्कीस कविताओं का संकलन हैं। संकलन की प्रत्येक कविता जीवन में हर क्षण,परिस्थिति और आयाम से तालमेल बिठाते हुए इश्क़ की तरह जीवन में पूरा डूबकर ही जीवन की नैया पार लगाने को प्रेरित करती हैं ।
मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास हैं कि आप जीवन के चाहे किसी भी मोड़ पर हो, ये कविताएं आपका मार्ग प्रशस्त करेगी ।

Read More...

Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners

Ratings & Reviews

0 out of 5 (0 ratings) | Write a review
Write your review for this book

Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners

Also Available On

कवि कैलाशी पुनीत

कवि कैलाशी पुनीत वर्तमान में राजकीय सेवा में मुख्य आयोजना अधिकारी के पद पर उदयपुर राजस्थान में कार्यरत हैं। आप अपने कार्य के साथ- साथ कविता लेखन ,कविता पठन, गीत लेखन में रुचि रखते हैं। इसके साथ ही जीवन के विभिन्न विषयों पर आपकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। 

Read More...

Achievements

+11 more
View All