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Kahin Dhup Tho Kahin Chaun / कहीं धूप तो कहीं छांव Hindi Kaavya Sangraha

Author Name: Sangeeta Kumari | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

कहीं धूप तो कहीं छांव ऐसी ही अनोखी हिन्दी कविताओं की एक किताब है। जिसमे ज़िंदगी के लम्हों को बड़े प्यार से संजोया गया है और अपने एहसास, दिल के जज्बातों को इन कोरे कागज़ पर उतारा गया है संगीता कुमारी के द्वारा।

कहीं धूप तो कहीं छांव से यह आशय है ज़िंदगी में कभी न कभी ऐसा समय भी आता है जब सब कुछ खत्म सा लगता है और फिर कहीं से एक उम्मीद की चमकान दिखाई पड़ने लगती है।

"कहते है ना ज़िंदगी में वादे करने आसान है लेकिन उनको निभाना उतने ही मुश्किल"

हर एक कविता में आपको कोई कहानी नज़र आएगी। अपनी ज़िंदगी का एक छोटा सा हिस्सा आप सब के साथ बांट रही हूं।

आशा करते है आपको ये किताब जरूर पसंद आएगी ।।

धन्यवाद

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संगीता कुमारी

संगीता कुमारी, वह पेशे से राजनीति विज्ञान की एक संकाय हैं और लेखक, संकलक, कलाकार, कथक नर्तक, लेखक जुनून से हैं। वह विशेष रूप से हिंदी कविताओं में लिखना पसंद करती हैं

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