यह माफीनामा, मेरी लिखी कोई किताब नहीं है, यह मेरे द्वारा की गयी गलतियों का हिसाब है, जिसे मैंने अपने पछतावे के आँसुओ से लिखा है। यह उस शख्स के लिए लिखा गया है, जिसे मैंने सबसे ज़्यदा दुःख पहुंचाया है, जिसे वो तकलीफ दी है, जिसकी वह कभी हक़दार भी नहीं थी। उम्मीद है इस खत के ज़रिये, मैं उसके दिल तक अपनी आवाज़ पहुंचाकर, उसमें प्यार के रंग, एक बार फिर से भर पाऊँगा।