संपूर्ण श्री राम कथा को छः भागों में बांटा गया है। 'मृदुल मनोहर छबि अभिराम' इस श्रृंखला का चौथा भाग है। अन्य 5 भाग:
1. जय रघुनंदन जय सिया राम
2. कण-कण में बसते श्री राम
3. अनादि अनंत अगोचर राम
5. ह्रदय बसें हनुमान
6. उद्धार करें श्री राम
'मृदुल मनोहर छबि अभिराम' की शुरुआत वहाँ से होती है जब मां सीता को ढूढ़ते हुए प्रभु श्री राम , हनुमान जी से मिलते हैं। हनुमान जी उन्हें सुग्रीव से मिलाते हैं। सुग्रीव को दिए वचन के अनुसार प्रभु श्री राम बालि का उद्धार करते हैं। संपाति वानरों को बताते हैं की रावण, मां सीता को लंका ले कर गया है। और अंत में जामवंत , हनुमान जी को याद दिलाते हैं कि इस जग में अगर कोई है जो सागर पार कर सकता है तो वो सिर्फ हनुमान ही हैं।
तो पढ़िए मेरे साथ 'मृदुल मनोहर छबि अभिराम' और जोर से बोलिये जय श्री राम