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NAVODAY KE RANG / नवोदय के रंग 'किस्से हॉस्टल के

Author Name: PUSHPEY | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

युवा साहित्यकार श्री ओमप्रकाश गोंदुड़े 'पुष्पेय' का कहानी- संग्रह " नवोदय के रंग -- क़िस्से हास्टल के " समकालीन समाज में बच्चों के बचपन के एक विशेष पक्ष पर केंद्रित लघुकथा संग्रह है । आज के समाज में

हमारे ' बचपन ' का यह विशेष पक्ष है विद्यालयों में शिक्षार्जन के लिए युवा शिक्षार्थियों का विद्यालयों से संबद्ध छात्रावासों, अथवा हास्टलों , में प्रवास । ' पुष्पेय' की इस पुस्तक में, पुस्तक के शीर्षक के अनुरूप, एक स्कूल के हास्टल के जीवन का , विभिन्न रोचक प्रसंगों, घटनाओं व संदर्भों के माध्यम से, अत्यंत सजीव चित्रण है।

' पुष्पेय ' का यह कहानी - संग्रह वास्तव में उनके अपने छात्रावास - जीवन पर आधारित, उत्तम - पुरुष कथ्यालंकार में लिखित ,कथात्मक - संस्मरणों का संकलन है।

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पुष्पेय

पिता: श्री पुरुषोत्तम गोंदुड़े

माता: श्रीमती पुष्पा गोंदुड़े

M.Sc (Chemistry), B. Ed (Nagpur University), NTPC Ltd में कार्यरत, प्रयागराज, उत्तरप्रदेश ।

         बचपन वैनगंगा नदी के आस पास गुजरा और पढ़ाई महाराष्ट्र में विदर्भ के विभिन्न स्थानों जैसे समर्थ विद्यालय लाखनी, जिला परिषद मोहाड़ी, जवाहर नवोदय विद्यालय साकोली और गढ़चिरोली,पोरवाल कॉलेज कामठी तथा  M.Sc रसायन विभाग नागपुर विद्यापीठ में पूर्ण हुई   । B. Ed की डिग्री बार. वानखेड़े कॉलेज नागपुर से  उत्तीर्ण की  ।  

कई कविताएँ और लेख विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित  । लेखन 'पुष्पेय’ के नाम से करते हैं । लेखक की एक लघु कथा संग्रह "बचपन के रंग"  अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर पांच सितारा रेटिंग के साथ बिक रहा है और और एक  कविता संग्रह "मैं अकेला दाना माँझी " भी प्रकाशित हो चूका हैं। साथ ही एक अंग्रेजी किताब "Childhood  Whispers' अमेज़न किंडल पर उपलब्ध हैं।

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