ये कहानी एक ऐसे परिवार के तीन सदस्यों की है, जो एक ही महिला को पसंद करने लगते हैं. एक दिन इनकी जिंदगी में एक खूबसूरत महिला आती है और वो अपनी अदाओं उन तीनों को अपना दीवाना बना लेती है. फिर आखिरी वक्त में जब तीनों को उस महिला की सच्चाई का पता चलता है, तब तीनों को एहसास होता है कि वह महिला उन तीनों को ऐसा सबक सिखाने आई थी, जिसके बाद उन्हें कभी भी किसी पराई औरत से प्यार नहीं होगा. पढ़िए इस कॉमिक रोमांटिक स्टोरी को और दीवाने हो जाइये इस पड़ोसन के. लेकिन जरा बचके, जरा हटके.
इस पुस्तक को लिखनेवाली अंशिका सहगल जी, अपने निजी जीवन में काफी शांत, मृदुभाषी और सरल स्वभाव की महिला है. इन्हें किसी कार्य को करने से पहले काफी उस कार्य के संबंध में छानबीन करके और उसपर गहराई से रिसर्च करने के बाद ही उस कार्य को अंजाम देने की आदत है.