सुनहरी एक काव्य संग्रह है जिसमें कवियित्री ने जीवन के विभिन्न रंगों को समेटते हुए अपनी कविताओं के माध्यम से पाठक को अपने अंतर्मन की आवाज़ सुनने का आग्रह किया है। इनकी कवितायें तीन भागों में प्रस्तुत की गई हैं - सुनहरी ज़िन्दगी, चमकती मोहब्बत और दमकते मोती। ये कवितायें मनुष्य के जीवन के विभिन्न भाव विषयों जैसे ज़िंदगी, इश़्क, जोगन, वजूद, इंतज़ार, ग़लतफ़हमियाँ, औरत आदि को समूचे सौंदर्य के साथ वर्णित करती हैं । ये रचनाएं न सिर्फ मर्म को भीतर तक भेदती हैं बल्कि जीवन के किसी न किसी प्रसंग की भूली बिसरी यादें ताज़ा कर देती हैं। आइये हम भी इन कविताओं के माध्यम से ज़िन्दगी को न सिर्फ कवियित्री की नज़रों से देखें बल्कि इन सुनहरे अनुभवों का आनन्द उठाएं ।