प्रस्तुत रचना विधाता के अदृश्य विधानों को उजागर करने का प्रयास है| सृष्टि में सब कुछ सप्रयोजन है | स्वप्न जन्म-जन्मांतर का सत्य है, दैवीय चेतना की विलक्षण सर्वकालिक अभिव्यक्ति है, भाग्य लिपि का चिरंतन आलेख है| सत्य कहें तो विधाता के ब्रह्माण्डीय विधान की संरचना का एक भाग है | रचना स्वप्न जगत् के इसी सर्वकालिक सत्य को प्रस्तुत करने का सार्थक प्रयास है, जहाँ शास्त्रीय प्रमाणों के साथ स्वजीवन की अनुभूतियाँ हैं|