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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal
"'जीवन की लहरें' त्रिशा चटर्जी की भावनात्मक डायरी है – कविता के रूप में", जो जीवन के उतार-चढ़ाव, टूटन और फिर से खड़े होने की यात्रा को गहराई से छूता है।
इस संग्रह में 52 कविताएँ है
"'जीवन की लहरें' त्रिशा चटर्जी की भावनात्मक डायरी है – कविता के रूप में", जो जीवन के उतार-चढ़ाव, टूटन और फिर से खड़े होने की यात्रा को गहराई से छूता है।
इस संग्रह में 52 कविताएँ हैं — हर एक कविता जीवन की किसी न किसी लहर को दर्शाती है: कभी स्मृति बनकर, कभी सवाल बनकर, तो कभी एक सच्चा आइना बनकर जो आत्मा की परतें खोल देती है।
त्रिशा की कविताएँ कोई कल्पना नहीं, बल्कि उनके जीवन के अनुभव हैं — माँ की अनुपस्थिति का दर्द, रिश्तों की सच्चाई, भीतर का अकेलापन, और फिर उस अंधेरे से बाहर आने की कोशिश।
यह पुस्तक केवल शब्दों का संग्राह नहीं, बल्कि एक भावनात्मक सफर है जो हर उस इंसान को छू लेगा जिसने कभी प्रेम किया हो, खोया हो, या खुद से जूझा हो।
अगर आप ऐसी कविताएँ पढ़ना चाहते हैं जो आपको भीतर तक महसूस हों, तो "जीवन की लहरें" आपकी आत्मा को छू सकती है।
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