Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh PalRavindranath Bhardwaj was born on 5 September 1952 in Karnal, Haryana. He is originally from Rohtak in Haryana. He is a post graduate in Mathematics. He established Sanatan Vichar Manch in Dewas on 2 October 1992 and wrote plays on forgotten revolutionaries, immortalizing their lives again. These plays are staged by the children of tribal areas on 2nd October and 23rd January. The author has been an officer in Central Excise and Customs and retired in September 2012. He is also the national coordinator of the Shaheed Revolutionary Centenary Organizing Committee. This committee organizes progrRead More...
Ravindranath Bhardwaj was born on 5 September 1952 in Karnal, Haryana. He is originally from Rohtak in Haryana. He is a post graduate in Mathematics. He established Sanatan Vichar Manch in Dewas on 2 October 1992 and wrote plays on forgotten revolutionaries, immortalizing their lives again. These plays are staged by the children of tribal areas on 2nd October and 23rd January. The author has been an officer in Central Excise and Customs and retired in September 2012. He is also the national coordinator of the Shaheed Revolutionary Centenary Organizing Committee. This committee organizes programs on the centenary of the martyrdom/hanging of the revolutionaries in their village/district place.
Achievements
इस पुस्तक के माध्मम से सामाजिक कार्य करने वाले व जनप्रतिनिधियों के लिए वर्षभर होने वाले कार्यक्रमों में किसी भी दिवस के बारे में जोश भरने के लिए भूले बिसरे क्रांतिकारियों की रु
इस पुस्तक के माध्मम से सामाजिक कार्य करने वाले व जनप्रतिनिधियों के लिए वर्षभर होने वाले कार्यक्रमों में किसी भी दिवस के बारे में जोश भरने के लिए भूले बिसरे क्रांतिकारियों की रुचिकर जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। इसमें दिए गए विवरण उन शहीदों को सामान्यजन के ध्यान में लाने का एक प्रयास है तथा उनका ऋण उतारने का लेखक का एक लघु प्रयास है। इन शहीदों के संस्मरणों से प्रेरणा लेकर युवा राष्ट्र के कार्य में निरंतर लगे रहें तथा देशभक्ति के हर कार्य को उत्साह से करें, यही लेखक की आशा है।
इस पुस्तक के माध्मम से सामाजिक कार्य करने वाले व जनप्रतिनिधियों के लिए वर्षभर होने वाले कार्यक्रमों में किसी भी दिवस के बारे में जोश भरने के लिए भूले बिसरे क्रांतिकारियों की रु
इस पुस्तक के माध्मम से सामाजिक कार्य करने वाले व जनप्रतिनिधियों के लिए वर्षभर होने वाले कार्यक्रमों में किसी भी दिवस के बारे में जोश भरने के लिए भूले बिसरे क्रांतिकारियों की रुचिकर जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। इसमें दिए गए विवरण उन शहीदों को सामान्यजन के ध्यान में लाने का एक प्रयास है तथा उनका ऋण उतारने का लेखक का एक लघु प्रयास है। इन शहीदों के संस्मरणों से प्रेरणा लेकर युवा राष्ट्र के कार्य में निरंतर लगे रहें तथा देशभक्ति के हर कार्य को उत्साह से करें, यही लेखक की आशा है।
Are you sure you want to close this?
You might lose all unsaved changes.
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.