आज हिन्दी हमारे देश के करोड़ों लोगों की भाषा है लोग हमेशा अपने विचारों को एक दूसरे तक पहुँचाने के लिए हिन्दी का उपयोग करते हैं। यह देश की जन साधारण की भाषा होने के कारण इसका उपयोग व्यापारी अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए, अभिनय कर्ता अभिव्यक्ति से लोगों का मनोरंजन करने के लिए उपयोग में लाते हैं । आप अपने विचारों को लोगों तक बहुत ही सरलता के साथ रख सकते हैं किसी भी प्रदेश में इसका उपयोग करने में कोई आपत्ति नही है तो फिर आजादी के इतने दिनों के बाद भी हिन्दी की इतनी अनदेखी क्यों हो रही है । गहराई से सोचने पर एक ही उत्तर निकलता है और वह यह है कि अधिकारियों और हमारे नेताओं की अनदेखी, कर्मचारियों में हिन्दी के प्रति अरुचि, हाँ यहाँ पर एक बात स्पष्ट करना चाहता हूँ कि ये कर्मचारी या अधिकारी तो केवल मोहरे होते हैं असली कर्णधार तो देश को चलाने वाले नेता ,मंत्री और देश के निर्णायक गण होते हैं। वे लोग यह जानते है कि हमें कहाँ, कब और क्या करना है, अपनी भलाई वह भली भांति समझते हैं और कभी भी कोई गलती नहीं करते है। कार्यालयों में काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों का दोष केवल इतना है कि नेताओं की गलत नीतियों को लोगों तक नहीं पंहुचने देते हैं परिणाम यह होता है कि हिन्दी को उसका उचित स्थान नहीं मिल पता है ।
हमारा विकास देश की भाषा से इस प्रकार जुड़ा है जिस प्रकार हमारी आत्मा हमारे शरीर से जुड़ी हुई है हम उससे अलग उसके उत्थान की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं । शिक्षा को अपना औज़ार बनाओ और एक साथ मिलकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करो तभी तुम्हारी उन्नति और देश की भाषा की उन्नति संभव है । मैंने अपनी कविताओं के माध्यम से आप लोगों को यह विश्वाश दिलाना चाहता हूँ
एक संक्षिप्त परिचय –
नाम - राम आश्रय
जन्म तिथि –अगस्त 24 ,1961
प्रारम्भिक शिक्षा – कसेन्दा प्राइमरी विध्यालय ,
उच्च शिक्षा – श्री बहादुर शास्त्री इंटर कालेज, चायल,
इलाहाबाद,स्नातक –इलाहाबाद विश्व विध्यालय
स्नातकोत्तर –महावीर महा विध्यालय कोटा ,राजस्थान ।
जन्म स्थान ग्राम –कसेन्दा , पोस्ट –कसेन्दा,
जिला –कोशम्बी ,उत्तर प्रदेश
पिता –श्री छोटे लाल
अभिरुचि :-विपश्यना साधक, अध्ययन, अध्यापन , नियमित व्यायाम
कहानी, कविता लेखन हिन्दी और अँग्रेजी में ।
रचनाए – “Social Mystique” Published in April 2010.
“भीम गाथा” हिन्दी , “नवीन पथ” हिन्दी , “देश के विकाश में हिन्दी का योगदान” ,
Communal Harmony and My Commitment , बहुत ही शीघ्र प्रकाशन के लिए प्रस्तुत ।