5 से 16 वर्ष तक की आयु तक के बच्चों को ध्यान में रखकर लिखी गई संपूर्ण श्री राम कथा (चित्र सहित) को छः भागों में बांटा गया है। 'ह्रदय बसें हनुमान' इस श्रृंखला का पांचवा भाग है। अन्य 4 भाग:
१. जय रघुनंदन जय सिया राम
2. कण-कण में बसते श्री राम
3. अनादि अनंत अगोचर राम
4. मृदुल-मनोहर छबि अभिराम
6. उद्धार करें श्री राम
"ह्रदय बसें हनुमान " की शुरुआत वहाँ से होती है, जब हनुमान जी, श्री जामवंत के वचनों को सुनकर माँ सीता की खोज करने लंका की ओर प्रस्थान करते हैं। हनुमान जी सागर लांघ कर अनेकानेक विपत्तियों का बल और विवेक से सामना करते हुए, माँ सीता का पता लगाते हैं और अंत में प्रभु श्री राम को माँ सीता की निशानी भेंट करते हैं।
तो पढ़िए और सुनिए मेरे साथ "ह्रदय बसें हनुमान" और बोलिये- जय रघुनन्दन जय श्री राम, जय वीर हनुमान ।