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Jayam Kriti / जयम कृति

Author Name: Durgesh Jayam Kurmi | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

कविताएँ, मन का आईना होती हैं । मेरा इश्क तो कभी मुकम्मल ना हो सका , कुछ दर्द मिला और कुछ तनहाई । इस किताब में कुछ मेरे ज़ज्बात हैं और कुछ दूसरों को समझते वक्त जो अहसास हुआ ,वो । यह किताब मोहब्बत, तन्हाई, फ़रेब, जुदाई, प्यार की हद जैसे शब्दों के मायने समझने की कोशिश है ।

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दुर्गेश जयम कुर्मी

मैं दुर्गेश कुर्मी । एक विद्यार्थी , और फ़िलहाल तो अपनी शिक्षा पूरी करने में व्यस्त हूँ । पर थोड़ा-सा वक्त निकालकर अपने ज़ज्बातों को कलम की सहायता से पन्नों पै उतार देता हूँ । उन्हीं में से कुछ मेरी किताब में हैं । मैं कहने से ज्यादा करने में विश्वास रखता हूँ , तो अपने ज़ज्बातों को किसी के सामने कहने के बजाए ; मैं अपनी पंक्तियों के माध्यम से ज़ाहिर करता हूँ ।

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