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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh PalAbout Book
"मेरी कलम मेरी आवाज"
मेरे द्वारा लिखी हुई या पुस्तक "मेरी कलम मेरी आवाज" मेरे विचारों मेरे मन के भावों वह मेरे अनुभवों पर आधारित है जिसमें ऐसे लोगों का वर्णन है जिन्होंने मेरा सदा साथ दिया प्रेरणा दी जिनकी वजह से आज मैं यहां हूं एवं मेरी इस पुस्तक में मेरी द्वारा स्वरचित रचनाओं का संग्रह है जिसमें प्रेरणादायक रचनाएं अकेलेपन से जुड़ी रचनाएं रिश्तो से जुड़े रचनाएं आदि है। आप सभी के आशीर्वाद और स्नेह के साथ शुरुआत करते हैं एक प्यारी सी पुस्तक मेरी स्वरचित रचनाएं मेरे जीवन की सच्ची घटनाएं- "मेरी कलम मेरी आवाज"।
बबीता पटेल
मेरा नाम बबीता पटेल है और मैं छत्तीसगढ़ के रहने वाली हूं। मेरे पिता श्री परमानंद पटेल और माता श्रीमती मोंगरा पटेल जी हैं । मैं अभी कक्षा 9वीं की विद्यार्थी हूं। मैंने अपने माध्यमिक पढ़ाई शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय तेलीपाली रायगढ़ छत्तीसगढ़ से संपन्न की है तथा अभी मैं शासकीय हाई स्कूल तेलीपाली के छात्रा हूं। मैंने पहली बार कविता और लेख लिखना 18 -07 -2021 को प्रारंभ किया जब मैं कक्षा आठवीं की विद्यार्थी थी मेरी सबसे प्रथम रचना "मेरे पापा" एक कविता है। जो मेरे पिताजी पर आधारित है। उसके बाद मैंने एक स्त्री क्या चाहती है, बेटी है तो कल है, जैसी और रचनाएं लिखी। इस प्रकार में अब तक कुल 50 रचनाएं लिख चुकी हूं। मैनें अपनी बातों को लिखने का माध्यम हिंदी चुना क्योंकि हिंदी एक ऐसी भाषा है जो लोगों के दिलों को छू जाती है एवं हिंदी अपने जज्बातों और अनुभवों को लिखने का सरल व सुंदर माध्यम है ।
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