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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palकही भी अटक कर , ठिठककर रह जाने से आप जिंदगी को, अपने समय को , बरबाद करते हैं पर आपके साथ आपके सगे संबंधी आपके आसपास के लोग भी आपकी इस मनोदशा के विपरीत परिणाम झेलते हैं , इससे नकारात्मक वातावरण निर्मित होता है जो अच्छे जीवन के लिये सर्वथा प्रतिकूल स्थिति है । अत: अटक कर , ठिठककर नहीं रहें अपने जीवन के सभी आयामों को भरपूर जियें, अपनी मन:स्थिति को किसी एक चीज पर ही केन्द्रित करके सीमित न करें । जीवन को पूर्णता में देखें और सभी आयामों की जानकारी जुटायें, फिर से चीजों को नये सिरे से शुरू करें । नये दृष्टिकोण से चीजों को देखें ।
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Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.ज्योति पांडे
ज्योति पांडे, मध्य प्रदेश राज्य सेवा परीक्षा द्वारा चयनित होकर मध्य प्रदेश शासन अंतर्गत शासकीय सेवा में कार्यरत हैं। प्रारंभ से मेधावी विद्यार्थी रहीं हैं, 10 वी कक्षा में आप जिला स्तरीय प्रवीण्य सूची में सम्मिलित रहीं। राज्य सेवा परीक्षा में 6 बार साक्षात्कार में शामिल हुईं, 4 विभिन्न पदों पर नियुक्ति प्राप्त की।डायरी लेखन शुरू से आपकी अभिरुचि रही है।आपने अपने जीवन में पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी, पश्चात में सेवारत रहते हुए, पारिवारिक दायित्वों के निर्वहन के साथ जीवन में आगे बढ़ने के दौरान के अनुभव से कुछ सामान्य नियम पुस्तक में उल्लेखित किए हैं। जिससे पाठक प्रेरित और लाभान्वित होंगे।
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