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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palसनातन धर्म एक सक्रिय और पूर्णता प्रदान करने वाली जीवन पद्धति है, जो चार मौलिक मानवीय लक्ष्यों - धर्म (नैतिकता और कर्तव्य), अर्थ (धन और समृद्धि), काम (वासनाएँ और सुख), और मोक्ष (आध्यात्मिक मुक्ति) - की प्राप्ति में मार्गदर्शन करता है। यह संतुलित जीवन जीने की एक व्यापक और व्यावहारिक रूपरेखा प्रस्तुत करता है, जिससे व्यक्ति आत्म-विकास और आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में अग्रसर हो सकता है।
अद्वैत सिद्धांत - “ब्रह्म एकमात्र और अद्वितीय” है - सरल होते हुए भी अत्यंत गहन एवं रहस्यमय है। इसे समझने के लिए सूक्ष्म अवलोकन क्षमता और आंतरिक अनुभूति आवश्यक होती है, जिससे व्यक्ति संसार में व्याप्त एकता और अभिन्नता को पहचान सके। सनातन जीवन शैली व्यक्ति को क्रमिक रूप से उसकी वर्तमान स्थिति से ऊपर उठाकर उस अद्वितीय एकत्व का अनुभव करने में सहायक बनती है।
पुस्तक का पहला भाग आधुनिक युग में सनातन धर्म की प्रासंगिकता को उजागर करता है, यह दर्शाता है कि धर्म के मार्ग पर चलते हुए, अर्थ और काम की खोज के साथ संतुलन कैसे स्थापित किया जा सकता है। यह अनुभूति कराता है कि भौतिक सफलता और व्यक्तिगत संतोष को प्राप्त करने के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण और गहन ज्ञान आवश्यक है, जिससे व्यक्ति नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों से समझौता किए बिना जीवन को सार्थक बना सके।
पुस्तक का दूसरा भाग मोक्ष की गहन अवधारणा की ओर एक अंतर्यात्रा कराता है, जो मानव जीवन का परम लक्ष्य माना जाता है। यह पुनर्जन्म के चक्र से मुक्ति के मार्ग का अन्वेषण करता है, जिससे एकत्व, आत्म-साक्षात्कार और आध्यात्मिक स्वतंत्रता की गहन समझ विकसित होती है।
यह पुस्तक गहन विचारों और विश्लेषण से समृद्ध, आध्यात्मिक और व्यावहारिक ज्ञान का अनूठा संगम प्रस्तुत करती है, जिससे व्यक्ति अपने अस्तित्व और उद्देश्य को अधिक स्पष्टता से पहचान सकता है।
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Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.मल्लिकार्जुन राव राचकोण्डा
मल्लिकार्जुन राव राचकोंण्डा एक सेवानिवृत्त आईटी पेशेवर हैं। उन्होंने भारत, ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राज्य अमेरिका में विभिन्न वरिष्ठ प्रबंधन पदों पर कार्य किया है, जिसमें सीईओ के रूप में नेतृत्व भी शामिल है। एक प्रभावशाली सामुदायिक नेता के रूप में, उन्होंने चिन्मय मिशन सहित कई प्रतिष्ठित संगठनों में विविध भूमिकाओं में योगदान दिया है। उन्होंने सिडनी में बच्चों के लिए तेलुगु भाषा विद्यालयों को उल्लेखनीय रूप से सशक्त बनाया और अपनी निस्वार्थ सेवा भाव के लिए कई सामुदायिक पुरस्कार प्राप्त किए हैं।
“सनातन धर्म” उनकी प्रमुख साहित्यिक कृति है, जो तेलुगु, हिन्दी और अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध है। यह पुस्तक उनका ‘अद्वैत वेदांत’ पर ३० सालों के गहन शोध का परिणाम है। वे वेदांत की विशाल शिक्षाओं को एक सामान्य व्यक्ति के जीवन में समाहित करने के लिए आधुनिक विश्लेषणात्मक विधियों का उपयोग करते हैं, जिससे वेदांत के गहरे सिद्धांतों को समझना और उनके अनुरूप जीवन जीना आसान हो सके।
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