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Sangamam (vol.4) / सन्गामम Anthology

Author Name: Abhisek Kalkattawale | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

'संगमम' का अर्थ है संगम। इस पुस्तक को इसलिए ये नाम दिया गया है क्योंकि इसमें विभिन्न परिस्थितियों में विभिन्न लोगों के विचार और धारणाएं शामिल हैं। यह पुस्तक, पिछली वॉल्यूम की तरह, लेखकों और चित्रकारों की चार पीढ़ियों के विचारों को पकड़ती है। इस पुस्तक में भारत के विभिन्न लेखकों के लेख, पेंटिंग, कविताएँ और कहानियाँ शामिल हैं। यह एक काल्पनिक कृति है। इस एंथोलॉजी का विषय 'प्रेम और अपराध' है।

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अभिषेक कल्कत्तावाले

कोलकाता के लेखक, अभिषेक घोष एक दशक से अधिक समय से लिख रहे हैं। वह संगामम एंथोलॉजी श्रृंखला के संस्थापक हैं। यह खंड लेखक का बीसवां प्रकाशन है। यह इस वर्ष का उन्नीसवां प्रकाशन है। उन्होंने हिंदी में पांच शायरी पुस्तकें प्रकाशित की हैं। उन्होंने नोएल लॉरेंज़ के छद्म नाम के तहत अंग्रेजी साहित्य प्रकाशित किया है। वह रोमांस, अपराध और डरावनी कहानियों के लेखक हैं। आपको उनकी तमाम कहानियों में एक चुटकी खौफ और रहस्य मिलेगा। विज्ञान और कानून के छात्र होने के नाते, यह उन्हें दर्शन के मार्ग पर एक रहस्यमय यात्रा पर ले गया है जो उनके लेखन में परिलक्षित होता है। हर कहानी के अंत में एक गहरा संदेश होता है, एक पाठ, जिसे वह अपने पाठकों के साथ साझा करना चाहता है।

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