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10 वीं फेल / 10वीं फ़ेल

Author Name: Ajay Raj Singh | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

जीवन में लगे हर आग का कारण सिर्फ आपकी गलतियाँ नहीं होती हैं, कुछ आपकी किस्मत भी सुलगा देती है। ये कहानी है बबलू शुक्ला की। जनाब कांट्रेक्टर हैं। 28 के हो गए हैं, पर शादी नहीं हुई अभी तक। खुद कुछ कर नहीं पाए, अम्मा को कुछ करने नहीं देते। ये गाँव के वो युवा हैं, जो इनकी उम्र में अविवाहित रह जाएँ तो लोग युवा कहने से भी कतराने लगते हैं। शादी से डरते नहीं हैं, बस थोड़ा नरबसा जाते हैं। ठेकेदारी की शुरुआत छोटे-मोटे कामों से हुई थी, पर जब से इनको समझ आया है कि रिश्वत देकर सरकारी tender मिल जाते हैं, काम अलग ही level पर पहुँच गया है। इस कहानी में एक लड़का है, एक लड़की है, दो दोस्त हैं, एक गाँव है। वो सब कुछ, जो हो सकता है। पर इसके साथ मिलेगा शुक्ला जी का खुद पर अपार विश्वास, धंधे में आ रही दिक्कतें, रिश्तों की गहराई, नैतिकता पर सवाल और हल्का सा इश्क। बस... हल्का सा।

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अजय राज सिंह

पेशे से एक Chartered Accountant होने के साथ, अजय खुद को writer भी कहना पसंद करते हैं। इन्होंने लिखने की शुरुआत school के दिनों से ही कर दी थी। ‘वो भी अंग्रेज़ी में’। बाद में इन्होंने तय किया कि इनके लेखन का ‘दिल’ hindi में बसता है। वैसे तो ये बचपन से ही काफी कुछ लिखते आ रहे हैं, पर ‘साहित्य’ के लिए यही अच्छा रहेगा कि इनके शुरुआती दिनों के काम दुनिया से महरूम ही रहें। कहानियों और शायरियों के अलावा इनको गीत लिखने का भी शौक है। 'लग जा गले' के जवाब में इनका लिखा गीत 'एक ही सफर' रिलीज़ हो चुका है। फेसबुक पर 'Ex Writer' के नाम से लिखते हैं, और यह इनकी पहली किताब है।

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