अच्छी शायरी में तीन गुण होते हैं - उसके मा'नी ऐसे हों कि आपके मन में आए "अरे! यह तो मेरे मन की बात कह दी", उसका लहजा ऐसा हो कि आपके मुंह से निकल जाए "वाह क्या बात कही है!", और पढ़ चुको तो असर ऐसा कि ज़ेहन का एक हिस्सा यह भी कहे कि "काश, यह मैंने लिखा होता"।
यह किताब ऐसी नज़्मों और ग़ज़लों का गुलदस्ता है जो ग़ालिबन आपको ये तीनों एहसासात देंगी.
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